Taboli FAQ's
दोस्तों टाबोली एक फ्लॉवरिंग हॉर्मोन है. टाबोली के इस्तेमाल से आपकी फसलों में फूलों की संख्या बढ़ेगी. ज़्यादा फूल से ज़्यादा फल आएंगे और फसलों की पैदावार बढ़ेगी.
टाबोली सुमिटोमो केमिकल इंडिया लिमिटेड की दवा है
टाबोली की पहचान है , ये बल्ब के आकार की बोतल .
फसलों में टाबोली का इस्तेमाल स्प्रे या ड्रेंचिंग द्वारा कर सकते हैं.
मक्के की फसल में स्प्रे करें 100 एम् एल टाबोली प्रति एकड़, बिजाई के 40 से 45 दिनों के बाद
धान की फसल में स्प्रे करें 30 एम् एल टाबोली प्रति एकड़ , गभोट की शुरूआती अवस्था में और रोपाई के 35 से 40 दिनों के बाद
मूंगफली की फसल में स्प्रे करें 30 एम् एल टाबोली प्रति एकड़, बिजाई के 40 से 45 दिनों के बाद
आलू की फसल में स्प्रे करें 30 एम् एल टाबोली प्रति एकड़, बिजाई के 40 से 55 दिनों के बाद
चने की फसल में स्प्रे करें 30 मिली टाबोली प्रति एकड़
पहला स्प्रे- जब फसल में 5 - 10 प्रतिशत फूल आ जाएँ
दूसरा स्प्रे - पहले स्प्रे के 15 दिनों के बाद
मिर्च में टाबोली का स्प्रे करें - 30 मिली प्रति एकड़
ट्रांसप्लांटिंग के 35 - 40 दिनों के बाद
सब्ज़ियों में टाबोली की मात्रा - 30 मिली प्रति एकड़
ट्रांसप्लांटिंग या फिर फूलों के आने की शुरूआती अवस्था के 25 - 30 दिनों के बाद